मासूमों के साथ जुल्म पर जिम्मेदार कौन

मासूमों के साथ जुल्म पर जिम्मेदार कौन ?
अक्सर आए दिन हमारे समाज में मासूमों के साथ रेप की घटनाएं घटित होती है  जिसमें 6 से भी कम उम्र  की बच्चियां शामिल होती हैं दुखद बात तो यह है कि बलात्कार करने के बाद बच्चियों को गला घोटकर या अन्य कई तरीकों से हत्या कर दी जाती है कई बच्चों की लाश अर्धनग्न अवस्था  व नग्न अवस्था में पाई गई है सरकार ने फांसी की सजा तक सख्त कानून संसद में पास कराकर संवैधानिक कानून लागू कराया है समाज में व्याप्त दरिंदे भेड़िए के रूप में मौजूद हैं जो इस शर्मनाक घटना को अंजाम दे रहे हैं अभी तक जो मामले प्रकाश में आए हैं इनमें रिश्तेदार ,पड़ोसी व जानकार ज्यादातर ,सम्मिलित रहे हैं अज्ञात की संख्या बहुत न्यून है प्रतिदिन इस प्रकार की घट की घिनौनी घटना हमें समाचार पत्रों, टीवी ,रेडियो, सोशल मीडिया पर सुनाई पड़ती है जिसे देखकर व सुनकर  हमें काफी अफसोस होता है इससे हमें सजग हो जाना चाहिए क्योंकि यह घटना किसी भी मासूमों के साथ हो सके जो हमारे अपनों में से हैं अपने आसपास में ऐसे रहने वाले ज्ञात- अज्ञात ऐसे दरिंदे की पहचान करनी चाहिए  जिनके चरित्र पर दाग हो इनकी सूची बनाकर गुप्त रूप से अपने निकट पुलिस स्टेशन में दे देनी चाहिए ताकि पुलिस उन पर निगरानी रख सके तथा सक्रियता से ऐसी घटनाएं ना घटे इस घटना के नियंत्रण के लिए हर ग्राम पंचायत व शहर की गलियों ,मोहल्लों, वार्डों में  दस सदस्यीय  टीम बनाई जाए जिसमें महिला सदस्य भी हो जो प्रति सप्ताह बैठक करें लोगों को जागरूक करें तथा समय समय पर समाज तथा पुलिस की सहायता करें इस तरह की मासूमों के साथ होने वाली इस इस  बीभत्स व बेहद दुखद अपराध से शायद  छुटकारा पाया जा सके तथा समाज में रहने वाले भेड़िए दरिंदे को घटना को अंजाम देने का मौका ना मिल पाए तथा समय से पहले ही उन्हें पुलिस को सौंपा जा सके।
हम लोगों को अपनी सोच बदलनी होगी

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